इस्लाम धर्म कितना पुराना है?|Islam dharm kitna purana hai?

 

इस्लाम धर्म कितना पुराना है?|Islam dharm kitna purana hai?

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धर्म और संप्रदाय दुनिया के महत्वपूर्ण और गहराई से जुड़े हुए मुद्दों में से एक हैं। यहां एक धर्म के इतिहास को जानने के बारे में अपार रूचि है, जिसे हम आज जानते हैं इस्लाम। इस्लाम एक प्राचीन धर्म है जिसे बहुत सालों से मान्यता मिली है, और इसकी मूलभूत सिद्धांतों और तत्वों का महत्वपूर्ण स्थान है। इस पोस्ट में, हम देखेंगे कि इस्लाम धर्म कितना पुराना है और उसका महत्व क्या है।

इस्लाम धर्म का उदय

इस्लाम की उत्पत्ति का आरम्भ 7वीं सदी में हुआ, जब प्रवक्ता मुहम्मद साहब ने अपने प्रथम अवतार के माध्यम से धर्म के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को प्रस्तुत किया। उन्होंने धर्म के माध्यम से स्वयं को ब्रह्मा से अलग माना और एकईश्वरवाद के सिद्धांत को अपनाया।

इस्लाम का अर्थ होता है “शांति की प्राप्ति” या “अल्लाह की सुंदरता”। यह धर्म मानवता, सद्भाव, न्याय, और इंसानी अधिकारों के महत्व को बढ़ावा देता है।

इस्लाम के महत्वपूर्ण प्रमुख तत्व

इस्लाम के महत्वपूर्ण सिद्धांतों में पांच बातें शामिल हैं:

तौहीद: इस्लाम में प्रतिष्ठा की जाती है और यह दावा करता है कि ईश्वर एकमात्र है और कोई भी पूजा या पूजा का प्रतिष्ठान करना निष्प्रयोजन है।

सलात: इस्लाम में नमाज़ की महत्ता बहुत उच्च होती है। मुसलमानों को प्रतिदिन पांच बार नमाज़ पढ़नी होती है, जो उनके ईश्वर के साथ अनुबंध को सुदृढ़ करने का समय होता है।

रोज़ा: रमज़ान महीने के दौरान, मुसलमानों को रोज़ा रखना होता है। यह मान्यता है कि रोज़ा रखने से मनुष्यों की नियत पवित्र होती है और उन्हें स्वयं को शुद्ध करने का मौका मिलता है।

जकात: जकात एक प्रकार का धर्मिक योगदान है, जिसे इस्लाम में मान्यता मिलती है। मुसलमानों को नियमित रूप से धर्मिक आदान-प्रदान करना पड़ता है, जिससे समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद होती है।

हज्ज: हज्ज, जो एक वार्षिक अवधि में आयोजित होने वाला महान पंथानक्रम है, इस्लाम का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मुसलमानों के लिए एक पवित्र यात्रा है, जहां वे मक्का के प्रतिष्ठित स्थानों को यात्रा करते हैं और अल्लाह की उपासना करते हैं। हज्ज को पूरा करने का मान्यता से यात्री को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और एक नया आरम्भ करने का मौका मिलता है।

इस्लाम धर्म का इतिहास|history of Islam and important facts

इस्लाम के धर्म का इतिहास अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह धर्म अपनी प्राचीनता और दृढ़ता के कारण विश्वभर में लोकप्रिय है। इस्लाम की शुरुआत मुहम्मद साहब द्वारा की गई, जो मक्का में जन्मे थे। उन्होंने 7वीं सदी में अपने आप को ईश्वर के संदेशवाहक के रूप में प्रकट किया।

मुहम्मद साहब ने अपनी जीवन के दौरान एक महान कार्य किया, जिसमें उन्होंने नए धर्म के लिए अनुयायों को उत्पन्न किया और उन्हें ईश्वर के मार्ग में प्रेरित किया। इस्लाम धर्म ने तत्वों की सामरिकता, समाजिक सद्भाव, और मानवीयता के मामले में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस्लाम धर्म का महत्व

इस्लाम धर्म का बहुत महत्व है, न केवल अपने अनुयायों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी। इस्लाम धर्म में शांति, भाईचारा, सद्भाव, और न्याय की महत्ता है। इस्लाम उन्नति, विकास, और मानविकी में गहरा रुचि रखता है।

इस्लाम धर्म अपने अनुयायों को धार्मिक और नैतिक दिशा देता है। इसके सिद्धांतों के माध्यम से, मुसलमान एक प्रकार के ईश्वरीय दर्शन, अच्छा चालीसम, और सही जीवन शैली को अपनाते हैं। इस्लाम धर्म के अनुसार, जीवन में ईश्वर की अनुसरण करना, समाज सेवा करना, और प्रेम के आदर्शों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

समाप्ति

इस्लाम धर्म बहुत पुराना है और एक महत्वपूर्ण धर्म है जो मानवता के लिए गहरे आदर्शों, सिद्धांतों, और मार्गदर्शन को प्रस्तुत करता है।

Frequently Asked Questions

1. सबसे पुराना धर्म कौन सा है?

Answer:इतिहासकारों के अनुसार, सनातन धर्म यानी हिंदू धर्म लगभग 600-1500 वर्ष पुराना है। सनातन धर्म का पहला और सबसे महत्वपूर्ण उल्लेख वेदों में दिया गया है। कई लोग इसे ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय से चला आ रहा धर्म भी मानते हैं। अर्थात हिंदू धर्म सबसे पुराना धर्म है।

2. इस्लाम धर्म कितना पुराना है?|how old is muslim religion?

Answer: इस्लाम धर्म 1400-1500 वर्ष पुराना है।

3.मुस्लिम धर्म की पवित्र संख्य 786 ओम का ही एक रूप है?

Answer: नहीं इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि 786 ओम ॐ का ही एक रूप है।

4. दुनिया का पहला इंसान कौन है?

Answer: इस्लाम और दूसरे इब्राहिमी धर्मों के अनुसार दुनिया का पहला इंसान हजरत आदम अलैहिस्सलाम यानिकि एडम हैं।

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